
जिला अधीक्षक के दौरे के बीच जानलेवा हमले से उठ रहे सवाल, कबाड़ व्यवसायी के दलाल थाने पर मामले को लीपापोती करने में जुटे
पोल खोल सिंगरौली
जिला अधीक्षक के ऊर्जांचल दौरे के बीच एनसीएल खडिय़ा परियोजना सुरक्षा अधिकारी एसपी सिंह पर मनबढ़ कबाड़ व्यवसाई द्वारा जानलेवा हमला करने से क्षेत्र में सनसनी का माहौल बना हुआ है। वहीं स्थानीय थाने पर पीडि़त के शिकायत करने पर कबाड़ व्यवसाई के दलालों द्वारा मामले को लीपापोती करने का प्रयास जारी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार शक्तिनगर बस स्टैंड बाजार समीप मुख्य मार्ग पर स्थित कबाड़ दुकान पर एनसीएल सुरक्षा अधिकारी को घेरकर कबाड़ व्यवसाई और उसके गुर्गों द्वारा लाठी-डंडों से हमला बोलकर लहू-लुहान कर दिया गया। अचानक हुए जानलेवा हमले से एनसीएल सुरक्षा अधिकारी व सुरक्षा गार्ड के बीच अफरा-तफरी का माहौल मच गया। वहीं मुख्य मार्ग से गुजर रहे लोगों ने पूरे मामले को देखने के बाद शक्तिनगर की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि लगता है अपराधियों में पुलिस प्रशासन का डर खत्म हो गया है।
नगर के प्रबुद्धजनों ने घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि ऐसे में जब जिले का सर्वोच्च पुलिस अधिकारी नगर में गस्त कर रहा हो और बीच सड़क खुल्लेआम जानलेवा हमला होने से पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं। इससे साबित होता है कि हौसला बुलंद कबाड़ व्यवसाई पुलिस कप्तान को भी खुली चुनौती दे रहा है। कुछ दिन पूर्व ही कबाड़ व्यवसाई और उसके पुत्रों पर अलग-अलग विभिन्न मामलों में कई केस स्थानीय थाने में दर्ज किए गए थे। इसके बावजूद एनसीएल सुरक्षा अधिकारी पर जानलेवा हमला होने के बाद स्थानीय थाने में कबाड़ व्यवसाई के तरफ से कई दलाल सक्रिय हो गये और मामले मेें लीपापोती कराने में जुट गये हैं।
खडिय़ा क्षेत्र में सक्रिय हैं कबाड़ माफिया
जिले के सीमावर्ती एनसीएल परियोजना खडिय़ा, बीना, ककरी में कबाडिय़ों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उनके आगे खाकी बर्दी भी नतमस्तक हो जाती है। आरोप है कि खडिय़ा परियोजना में बिना किसी डर भय के कबाड़ी भारी-भरकम बेशकीमती पार्ट्स उठा ले जा रहे हैं और एनसीएल का सुरक्षा अमला अंजान बना हुआ है। वहीं शक्तिनगर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाये जा रहे हैं। आरोप यहां तक है कि कबाडिय़ों को संरक्षण मिला हुआ है। जहां चर्चित कबाड़ी एवं शक्तिनगर क्षेत्र के बहुचर्चित एवं संरक्षण प्राप्त कबाड़ी खूब फल-फूल रहा है और कईयों पर धनवर्षा भी करने में पीछे नहीं है। कबाड़ माफिया ने अपने गुर्गों के माध्यम से दलाल भी पाल रखा है। जहां कबाड़ माफिया के इर्द-गिर्द मडऱाते रहते हैं।