
गुजरात में पिछले कई दिनों से बेमौसमी बारिश ने कहर बरपा रखा है। राज्य में बारिश से कृषि फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। दूसरी ओर बेमौसमी बारिश की वजह से तीन लोगों की जान चली गई। जूनागढ़के माणावदर में बीते दिन हुई मूशलाधार बारिश के कारण चुडवा गांव की नदी में बाढ़ आ गई थी। जिसमें छत्रासा और चुडवा गांव के बीच खेतों में काम करने आए 12 श्रमिकों से भरी रिक्शा नदी के बहाव में बह गई।
घटना की खबर मिलते ही जूनागढ़ कलेक्टर ने बचाव टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का आदेश दिया था। माणावदर के फायर विभाग, एनडीआरएफ और पुलिस काफिला घटनास्थल पर पहुंच गया और 9 लोगों को बचा लिया। लेकिन तीन महिलाओं की कोई खैरखबर नहीं मिलने पर उनकी तलाश शुरू की। फायर ब्रिगेड के जवानों को कई घंटों की मशक्कत के बाद आखिरकार मां-बेटी समेत तीन महिलाओं के शव खोजने में सफलता मिली है।
यह घटना उस समय हुई जब सभी 12 श्रमिक रिक्शा में सवार होकर नदी पार कर रहे थे। लेकिन नदी में बाढ़ आने से रिक्शा पलट गई और उसमें सवार सभी श्रमिक पानी के बहाव में बहने लगे। जिसमें 9 लोगों को बचा लिया गया, जबकि तीन महिलाओं की मौत हो गई। मृत तीनों महिलाएं लाठ गांव की निवासी होने का पता चला है।