
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि वह न तो अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और न ही प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष ऐसा नेतृत्व चाहता है जो देश की भलाई के लिए काम करे। पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति राम तकावाले के निधन के सिलसिले में आयोजित शोक सभा के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मैं विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहा हूं।
मैं प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में नहीं हूं क्योंकि मैं अगला (लोकसभा) चुनाव नहीं लड़ूंगा। महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीटों के बंटवारे के बारे में उन्होंने कहा, ‘हाल ही में मेरे आवास पर एक बैठक हुई थी। महा विकास आघाड़ी के नेता इस पर फैसला करेंगे। उद्धव ठाकरे, सोनिया गांधी या कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और मैं बैठक कर इसके बारे में चर्चा करेंगे। महाराष्ट्र में कई नागरिक निकायों का कार्यकाल 2022 की शुरुआत में खत्म हो गया था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनाव नहीं हुए। इसके अलावा, मई 2024 के आसपास लोकसभा चुनाव होने की संभावना है, जिसके कुछ समय बाद महाराष्ट्र में विधानभा चुनाव होंगे।
इसी दौरान मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के बीच पार्टी प्रमुख शरद पवार ने संकेत दिया कि कुछ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई का कारण सत्तारूढ़ दल की उम्मीदों को पूरा नहीं करना हो सकता है। पवार ने कहा कि उन नेताओं को परेशानी होगी, लेकिन उन्होंने जो रास्ता चुना है उससे कभी नहीं भटकेंगे। इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा सरकार को राकांपा के 9-10 नेताओं से कुछ उम्मीदें हैं। हम उन अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार नहीं हैं और अपने रुख की कीमत चुकाने को तैयार हैं। हमने जो रास्ता चुना है, उसे हम कभी नहीं छोड़ेंगे।