NCL दूधिचुआ कोयला खदान में बर्बादी की आग

आग की ऊंची ऊंची लपटों के धूआ का गुब्बारा उठ रहा है सोनभद्र
NCL दूधिचुआ कोयला खदान में बर्बादी की आग
क्या प्रबंधन कर रहा है बड़े हादसे का इंतजार
एक बार हो चूका है हादसा बिना में ?
पोलखोल सोनभद्र
खबर है एनसीएल परियोजना से , दूधिचुआ परियोजना कोयला खदान की l जहां आग की ऊंची ऊंची लपटों के धूआ का गुब्बारा उठ रहा है दूधिचुआ का तुर्रा फेस P&H14 वेस्ट सेक्शन की है जहां पर 100 टन क्षमता वाले डंपर में आग लगी कोयला को लोड दिया जा रहा है
क्या दूधिचुआ प्रबंधन कर रही बड़े हादसे का इंतजार? इससे पहले भी बिना खदान में 100 टन क्षमता वाले डंपर में आग लग गई थी सूत्र बताते हैं कि इसमें भी जलता हुआ कोयला लोड था 100 टन क्षमता वाले डंपर की कीमत करोड़ों में होती है सूत्र बताते हैं की माना जा रहा है कि इस आगजनी से दूधिचुआ को करोड़ों का नुकसान होने की आशंका बताई जा रही है l
इस घटना ने एक बार फिर से खदान के भीतर सुरक्षा उपाय और वाहनों के मेंटेनेंस की पोल खोल कर रख दी है अब तक एनसीएल प्रबंधन आग पर काबू नहीं पा सका है कुछ दिन पहले भी हमने अपने न्यूज़ के माध्यम से तस्वीरों को दिखाया था कि कोयला खदान में कोयला स्टॉप और तुर्रा का पूरा फेस में आग लगने का मामला सामने आया था।
वर्तमान में भी खदान में कॉल स्टॉक का बड़ा हिस्सा आग से सुलग रहा है प्रबंधन अब तक कॉल स्टार्ट की आग को बुझा तो नहीं पाया है लेकिन इसी कोयला को डंपर में लोडिंग कर सप्लाई कर कॉल स्टॉक पहुंचाया जा रहा है दूधिचुआ प्रबंधन को आर्थिक क्षति हो रही है वही खदान के कॉल स्टॉक में इस तरह आग लगने की गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है आग को लेकर प्रबंधन के अधिकारी कुछ कहने से बचते हैं
आपको बताते चलें कि अधिकारियों की भूमिका खदानों में अहम रहती है कॉल सेक्शन इंचार्ज अमल प्रसाद वेस्ट माइनिंग इंचार्ज बी एन सिंह यह लोग सुरक्षा को दरकिनार कर कार्य किया जा रहा है जिससे परिणाम यह है कि एनसीएल दूधिचुआ में इस तरह की घटनाएं लगातार होती जा रही है प्रबंधन और अधिकारियों की घोर लापरवाही को भी उजागर करता है यह जलता हुआ लोड कोयला