वन परिक्षेत्र बस्तुआ में आयोजित हुआ अनुभूति कार्यक्रम,वन एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण एवं संवर्धन की दी गई जानकारी।

वन परिक्षेत्र बस्तुआ में आयोजित हुआ अनुभूति कार्यक्रम,वन एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण एवं संवर्धन की दी गई जानकारी।
संजय सिंह मझौली सीधी
मध्यप्रदेश इको पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल द्वारा 1 नबंवर से 31 जनवरी के बीच आयोजित स्कूली छात्र /छात्राओं का प्रशिक्षण सह जागरूकता अभियान के तहत चलाए जा रहे “अनुभूति कार्यक्रम” के दौरान सोमवार 30 जनवरी को संजय टाइगर रिजर्व अंतर्गत वन परिक्षेत्र बस्तुआ बफर के कंचनपुर कैम्प में दो दिवसीय अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरिया एवं शासकीय हाई स्कूल बहेराडोल के 140 छात्र/ छात्राएं शामिल हुए।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सेवा निवृत्त सहायक संचालक पशु डाक्टर कैलाश तिवारी रहे तथा अध्यक्षता सहायक संचालक एसटीआर बफर राहुल रघुवंशी ने किया। कार्यक्रम में सुबह 8 बजे से सभी छात्र/छात्राओं को वन भ्रमण करवाया गया और इसी बीच जंगल में संजय टाइगर रिजर्व द्वारा सभी को सुबह का नाश्ता कराया गया। इस दौरान डाक्टर कैलाश तिवारी ने छात्र छात्राओं का हास्य कविताओं के माध्यम से मनोरंजन करते हुए वन्य प्राणियों की सुरक्षा एवं संरक्षण के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए वनों के महत्व तथा उनसे होने वाले फायदे एवं नुकसान पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने में जलीय जीवों, वन्य प्राणियों एवं वनों के महत्व को विस्तार पूर्वक समझाया गया। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित सहायक संचालक राहुल रघुवंशी द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि आज यह जंगल जो बचा हुआ है यह आप सभी के पूर्वजों की देन है। इसे पूर्वजों की धरोहर समझ कर बनाए रखना आप सभी का दायित्व है। श्री रघुवंशी द्वारा प्रदूषण सहित वनों से मिलने वाले शुद्ध वातावरण व वन्य जीवों की सुरक्षा एवं वनों का महत्व बताते हुए अन्य छोटी छोटी जानकारियां दी गई तथा जंगल में पेड़ों की पहचान कराई गई।छात्र छात्राओं को जंगल का भ्रमण करते हुए उन्हें जानवरो की प्रतिक्रिया के संबंध में जानकारी दी गई तथा जंगल में लगाए जाने वाले कैमरे एवं जानवरों को रेस्क्यू के दौरान रखे जाने वाले पिंजरे और उसमें कैसे जानवर कैद होता है इसकी विस्तृत जानकारी दी गई। जंगल भ्रमण के उपरांत उपस्थित छात्र छात्राओं की सामान्य ज्ञान की परीक्षा आयोजित कर वन, वन्य जीव, जलीय जीव तथा अभयारण्य से संबंधित वस्तुननिष्ठ प्रश्न पूछे गए। तदोपरांत दोपहर में सभी छात्र छात्राओं के साथ उपस्थित जनों को भोजन कराने के बाद चित्रकला व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें छात्र छात्राओं द्वारा प्रर्यावरण से संबंधित गजल, भजन, कविता, लोकगीत की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें प्रथम, द्वतीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रसस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
विकास के साथ पर्यावरण संतुलन जरूरी प्रिया
कार्यक्रम में परिक्षेत्र अधिकारी बस्तुआ की पत्नी प्रिया पांडेय ने स्कूली छात्र छात्राओं को सुझाव देते हुए कहा गया कि भविष्य में सभी विकास करें लेकिन पर्यावरण एवं वन व वन्य प्राणियों की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए लोगों में जागरूकता पैदा करें वहीं कहा गया कि ऐसे आयोजन स्कूली बच्चों में छिपी प्रतिभा सामने लाने में सहायक होते हैं।
अनुभूति प्रेरक डॉ कैलाश तिवारी एवं सुरेश सिंह परिहार द्वारा प्लास्टिक के थैलियों का उपयोग न किए जाने का सुझाव देते हुए देसी तकनीक से वैकल्पिक थैला बनाने का तरीका भी बताया। वहीं खोजी कुत्ता की कलाकारी एवं कैसे चोरी हुई चीज की खोज की जाती है उसका मौके पर प्रदर्शन कराया गया।फिर वनों की रक्षा, वन्य जीवों की सुरक्षा, वृक्षारोपण तथा पर्यावरण को बचाने सभी को सपथ दिलाई गई। इस दौरान परिक्षेत्र अधिकारी बस्तुआ महाबीर पाण्डेय द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा गया की वन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा संरक्षण एवं संवर्धन सिर्फ विभाग की जिम्मेदारी से संभव नहीं हो सकता है इसमें आम जनमानस की भागीदारी हो विभाग के साथ आम जनमानस का समन्वय, सामंजस्य, सहभागिता सद व्यवहार एवं सहयोग से ही इसे बचाया जा सकता है और हर व्यक्ति के लिए वन्य प्राणी एवं पर्यावरण की उपयोगिता का एहसास कराना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। इस तरह के कार्यक्रम वर्ष 2016 से चालू किए गए हैं जिसके अच्छे परिणाम भी देखे जा रहे हैं।वही सभी अतिथियों, छात्र-छात्राओं शिक्षकों एवं विभाग के सहयोगी कर्मचारियों के प्रति धन्यवाद भी ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में सहायक परिक्षेत्र अधिकारी आनंद सिंह, के पी सिंह, ट्रेनर सुरेश सिंह परिहार, परिक्षेत्र सहायक बिसंभर मिश्रा, वन रक्षक जय प्रकाश द्विवेदी, रामलाल अग्निहोत्री, समय लाल द्विवेदी, किशोर कुमार सिंह, श्रवण सिंह, सुप्रीत श्रीवास्तव, गगन सिंह टेकाम, रामभुवन बैगा, फूल चन्द्र बैगा, जगपत सिंह, रामकृष्ण पाण्डेय, शिक्षकों में अशोक बैस प्राचार्य उमरिया, विनीत शुक्ला, अल्का भुर्तिया, प्रियंका रावत, अनुराग शुक्ला, दिव्या भारती बैस, राजेंद्र कुमार रजक सहित परिक्षेत्र अंतर्गत कार्यरत सभी सुरक्षा श्रमिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों का परिक्षेत्र अधिकारी महाबीर पाण्डेय द्वारा आभार व्यक्त किया गया।