मध्यप्रदेश

सार्वजनिक शौचालयों में लटकता रहा ताला, नहीं हो पा रहा उपयोग शासन के पैसों का हों रहा दुरुपयोग…

सार्वजनिक शौचालयों में लटकता रहा ताला, नहीं हो पा रहा उपयोग शासन के पैसों का हों रहा दुरुपयोग…

सीधी सिंहावल। आपको बताते चलें कि सिहावल मुख्यालय अंतर्गत हर ग्राम पंचायतों में घर-घर शौचालय के साथ-साथ सार्वजनिक शौचालय का निर्माण सार्वजनिक स्थानों एवं मुख्यालय परिसर में बनवाए गए।

सार्वजनिक शौचालय का नहीं हो रहा उपयोग लोग खुले में शौच करने को मजबूर

मुख्यालय परिसर से लेकर हॉट बाजार तक में बनवाए गए सार्वजनिक शौचालय का नहीं हो रहा उपयोग हमेशा उसमें ताला ही लटकता नजर आता है। शौचालय तो बनवा दिए गए परंतु उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। शासन की मनसा के अनुसार निर्माण कार्य तो हुआ पर ऐसे स्थानों पर निर्माण कार्य कराया गया जहां पानी जैसी असुविधा होने की वजह से सार्वजनिक शौचालयों में अक्सर ताला ही लटकता नजर आता है। जबकि हॉट बाजार जैसे क्षेत्र में आम जनमानस के साथ महिलाएं भी आती हैं। अब जरा सोचिए उस समय की स्थिति में यदि उन्हें बाहर जाना पड़ा तो क्या गुजरती होगी उन महिलाओं पर इसी तरह मुख्यालय परिसर में भी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य हुआ है परन्तु ताला ना खुलने की वजह से मुख्यालय में आए लोग एवं महिलाएं खुले में जाने पर मजबूर हैं।

सक्षम एवं अपने चहेते लोगों को विधायक एवं सांसद निधि से होता है हैंडपंप का बोर

आपको बताते चलें कि क्षेत्रीय राजनीतिक दल चाहे वह सत्तापक्ष हो या विपक्ष दोनों ही अपने वोट बैलेंस को बरकरार रखने एवं अपने नजदीकी और अपने चहेते कार्यकर्ताओं जनप्रतिनिधियों को अपने निधि के माध्यम से उनके घर प्रांगण के अंदर बोर कराया जाता है। यदि सार्वजनिक शौचालय सार्वजनिक स्थल एवं मुख्यालय परिसर पर बना हुआ है। तो क्या क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी नहीं बनती कि सालों से बना सार्वजनिक शौचालय पर ताला लटक रहा है। और हमारे क्षेत्र के नागरिक महिलाएं मुख्यालय परिसर पर आने के बाद किस तरह से खुले में जाने पर मजबूर हैं इतनी तो जिम्मेदारी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की बनती है। पर क्यों नहीं ऐसी जटिल समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाता ज़रा सोचें।

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