SINGRAULI : जिम्मेदारों पर कृपा बरसा रही जियावन की पुलिस

पोल खोल सिंगरौली
ग्राम पंचायत खंधौली के प्रधानमंत्री आवास योजना में घोटाले का मामला, पुलिस की विवेचना पर भी उठने लगे सवाल
जनपद पंचायत देवसर के ग्राम पंचायत खंधौली में प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए लाखों रूपये के घोटाले में पुलिस जिम्मेदारों पर कृपा बरसा रही है। अभी तक रोजगार सहायक के साथ-साथ दो अन्य कियोस्क के कारोबारियों को गिरफ्तार कर अपनी स्वयं की पीठ थपथपा रही है। जबकि रोजगार सहायक को संरक्षण देने वाले पर कार्रवाई करने से जियावन पुलिस भागती नजर आ रही है।
गौरतलब हो कि जनपद पंचायत देवसर के ग्राम पंचायत खंधौली में करीब 4 दर्जन से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में बंदरबांट की गयी। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने रोजगार सहायक के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दी। वहीं दो अन्य कियोस्क संचालकों को भी गिरफ्तार की है। जबकि आरोप लगाया जा रहा है कि विवेचना में कई ऐसे जिम्मेदारों पर दरियादिली दिखा रही है जिनकी भूमिका भी हो सकती है।
जनपद के अधिकारी, कर्मचारियों पर पुलिस कृपा क्यों बरसा रही है यह भी बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि रोजगार सहायक इतने बड़े घोटाले को अकेले अंजाम नहीं दे सकता है। जनपद पंचायत के तत्कालीन अधिकारी, कर्मचारी के संरक्षण से ही इतना बड़ा फर्जीवाड़ा हो सकता है। अकेले रोजगार सहायक इसमें शामिल नहीं है।
पुलिस की विवेचना पर भी सवाल खड़े किये जा रहे हैं। चर्चा है जब चार आवासों में गड़बड़ी की शिकायत की गयी थी उस दौरान रोजगार सहायक पर मेहरबानी क्यों की गयी और तत्कालीन सचिवों पर अर्थदण्ड लगाकर कार्रवाई बंद क्यों कर दी गयी। सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि पीएम आवास के पूर्णतया प्रमाण पत्र किस आधार पर जारी हुआ और जिम्मेदार अधिकारियों ने भौतिक सत्यापन दफ्तर में बैठकर करते रहे।
उस दौरान के तत्कालीन जिला एवं जनपद पंचायत सीईओ की भूमिका पर भी तरह-तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं। वहीं अब पुलिस की विवेचना भी शक के घेरे में है। पुलिस जिम्मेदारों पर मेहरबान क्यों है अब तक इन पर जबावदेही क्यों नहीं थोपी जा रही है?