सड़क निर्माण में ठेकेदार की मनमानी से आदिवासी परेशान।

सड़क निर्माण में ठेकेदार की मनमानी से आदिवासी परेशान।
गरीब आदिवासियों की घरों को बनाया जा रहा निशाना न्याय के लिए दर-दर भटक रहे पीड़ित।
संजय सिंह मझौली सीधी
एक तरफ जहां प्रदेश सरकार द्वारा आदिवासियों के हित एवं अधिकारों के लिए काम करने वाली आदिवासी हितैषी होने का दावा किया जा रहा है साथ ही भूमिहीन आदिवासियों को आवास के लिए जमीन भी आवंटित की जा रही है लेकिन सरकार के दावा पर उस समय प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाता है जब उन्हीं भूमिहीन आदिवासियों को जहां सरकार के द्वारा भूमि आवंटित कर मकान का मालिकाना हक दिया गया है लेकिन ठेकेदार द्वारा दादागिरी दिखाते हुए उन्हीं मकानों को गिराने की धमकी देते हुए खुदाई शुरू कर दी गई है जिससे परेशान और प्रभावित आदिवासी न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं और पुलिस थाना मझौली में शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगर परिषद मझौली अंतर्गत बाईपास सड़क का निर्माण कार्य कराने के लिए राकेश ट्रेडर्स के नाम से निविदा स्वीकृत की गई है जहां ठेकेदार रमेश कुमार गुप्ता के द्वारा निर्माण कार्य शुरू किया गया है। जिसके संबंध में थाने में की गई शिकायत में कहा गया है कि शासन के मंशा अनुसार मझौली बाईपास निर्माण हेतु प्रशासन द्वारा पूर्व में निर्धारित मापदंडों के अनुसार पटवारी हल्का एवं लोक निर्माण विभाग मझौली के द्वारा सीमांकन कराया गया था उस समय आदिवासियों का मकान सड़क सीमा से बाहर था किंतु ठेकेदार द्वारा सीमांकन के विपरीत उक्त रोड का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसमें आवेदकगणों के मकान को गिराने की धमकी दी जा रही है ऐसी स्थिति में उक्त निर्माण कार्य पर रोक लगाया जाना उचित है साथ ही मनमानी करने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है।रामप्रसाद कोल,दादू कोल एवं मोतीलाल कोल के द्वारा शिकायत की गई है।
एसडीएम से निराश थाने में की शिकायत पीड़ितों ने बताया कि जब ठेकेदार के द्वारा जेसीबी से मकान गिराने का कार्य शुरू किया गया तब उनके द्वारा एसडीएम मझौली के समक्ष जाकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन उनके द्वारा ना तो कोई कार्यवाही हेतु आदेश दिया गया और ना ही आश्वासन दिया गया तब निराश होकर प्रभावित पुलिस थाना मझौली में शिकायत किए जहां थाना प्रभारी द्वारा निर्माण कार्य पर रोक लगाया गया है और कहा गया है कि सीमांकन कराने के बाद वैधानिक प्रक्रिया के तहत निर्माण कार्य कराया जाए।
बाईपास रोड बंद होने से मुख्य बाजार से गुजर रहे बड़े वाहन घटना की आशंका
ठेकेदार की मनमानी दूसरा नमूना भी आम लोगों को परेशान कर रहा है क्योंकि जब से बाईपास का निर्माण कार्य शुरू किया गया है तब से ठेकेदार द्वारा उक्त सड़क से आवागमन रोक दिया गया है जिससे निगरी पावर प्लांट में जाने वाले बड़े-बड़े हाइवा ट्रक एवं अन्य सभी छोटे-बड़े वाहन मझौली मुख्य बाजार से गुजर रहे हैं जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। जानकारों की माने तो यह ठेकेदार की जिम्मेदारी है कि निर्माण कार्य कराते समय बड़े वाहनों के लिए आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही निविदा में भी प्रावधान किया गया है कि पहले सीमांकन किया जाए और जरूरत पड़ने पर भूमि अधिग्रहण किया जाए तब निर्माण कार्य कराया जाए।
शिवराज कोल पूर्व पार्षद
ठेकेदार राजनीतिक दबाव के चलते स्थानीय नेताओं के इशारे पर मनमानी कर रहा है जहां सड़क की सीमा है उसे छोड़कर हम आदिवासियों के मकान के तरफ सड़क की सीमा बता कर मकानों को गिराना चाह रहा है और धमकी भी देता है अगर प्रशासन हम आदिवासियों को न्याय और अधिकार नहीं दे सकता है तो हम न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।
दीपक सिंह बाघेल नगर निरीक्षक
सड़क निर्माण पर शिकायत प्राप्त हुई है जिसमे ठेकेदार को विवादित जगह पर कार्य पर रोक लगाने के लिए बोला गया सम्बंधित विभाग से जानकारी मंगवाई है तबतक उस जगह निर्माणकार्य बन्द रहेगा।