श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मनुष्य जीवन को करता है सार्थक – कृष्णा महाराज वृंदावन।

श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मनुष्य जीवन को करता है सार्थक – कृष्णा महाराज वृंदावन
सीधी। दक्षिण करौंदिया के बलराम नगर में 9 से 15 मार्च तक संगीतमय भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। अशोक सिंह संचालक अंजली ट्रेडर्स के द्वारा जन कल्याण की भावना लिये उक्त आयोजन प्रभु भक्तों के लिये समर्पित है। आयोजन
में कथा वाचक कृष्णा महाराज वृंदावन के द्वारा सात दिवसीय संगीतमय भागवत कथा का रसपान भक्तो को कराया जा रहा है। जिसमें मुख्य यजमान रणधीर सिंह बघेल, श्रीमती सावित्री सिंह, श्रीमती पार्वती सिंह हैं।
शनिवार को कृष्णा महाराज वृंदावन द्वारा कथा के दौरान रसिकजनो को बताया गया कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मनुष्य जीवन को सार्थक बनाती है। जन्म तो हर प्राणी एवं मनुष्य लेता है लेकिन उसे अपने जीवन का अर्थ बोध नहीं
होता है। बाल्यावस्था से लेकर मृत्यु तक वह सांसारिक गतिविधियों में ही लिप्त होकर इस अमूल्य जीवन को नश्वर बना देता है। श्रीमद् भागवत ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है। नवीन बस स्टैंड सीधी के समीप बलराम नगर में चल रही कथा के तीसरे दिवस कृष्णा महाराज ने कहा की भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मनुष्य जीवन के उद्धार के लिए हुआ है। कंस ने उनके जन्म लेने को रोकने के लिए अथक प्रयास किए लेकिन सफल नहीं हो पाया। अंत मेंं अपने पापों का घड़ा भरने पर श्रीकृष्ण
के हाथों मरकर मोक्ष की प्राप्ति की। उन्होंने बताया मनुष्य जीवन सबसे उत्तम माना जाता है। इसी योनी में भगवान भी जन्म लेना चाहते हैं।
जिससे वे अपने आराध्य ईश्वर की भक्ति कर सके। श्रीकृष्ण ने भागवत गीता के माध्यम से बुराई व सदाचार के बीच अंतर बताया। ईश्वर को धन दौलत व यज्ञों से कोई सरोकार नहीं है। वह तो केवल स्वच्छ मन से की गई आराधना के अधीन होते हैं। महाराज ने प्रवचन के दौरान हर प्रकार के युगों से श्रद्धालुओं को अवगत कराया। समय.समय पर भगवान को भी अपने भक्त की भक्ति के आगे झुककर सहायता के लिए आना पडा है।