मुख्यमंत्री ने विधायिका की मर्यादा का हनन किया : कमलेश्वर पटेल।

मुख्यमंत्री ने विधायिका की मर्यादा का हनन किया : कमलेश्वर पटेल।
सीधी: विधायक एवं पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने मध्य प्रदेश के बजट को लेकर शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया है ।
उन्होंने कहा कि संवैधानिक मर्यादा के ऊपर कोई नहीं है,मुख्यमंत्री ने हाल ही में एक इवेंट करके बजट के विभिन्न विषयों पर सार्वजनिक मंच से जो चर्चा की है। वह सर्वथा अनुचित एवं सदन की मर्यादा को हनन करने की श्रेणी में है।
विधायक श्री पटेल ने इस बात पर गंभीर चिंता जतायी कि जो बजट 2023-24 अभी मध्य प्रदेश की विधानसभा में पेश हुआ है, प्राथमिक स्तर पर ही है, बजट में विभाग वार चर्चा,लेखानुदान मांगो पर चर्चा, पक्ष विपक्ष की दलीलों के बाद सदन के द्वारा पारित होने पर ही बजट पूर्ण होता है। अनुदान मांगों, लेखानुदान मांगों अनुपूरक से पारित नहीं हुआ है ,उस पर सदन के बाहर चर्चा करायी जा रही है । यह लोकतंत्र के मंदिर का अपमान और विधायिका की मर्यादा का हनन भी है।
विधायक श्री पटेल ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के इवेंट से विधायिका आहत हुई है, संवैधानिक परंपराओं एवं सदन की गरिमा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
श्री पटेल ने कहा कि वे इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से स्वयं मिलकर ज्ञापन देंगे।
श्री पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है जो बजट सदन में भी पारित नहीं हुआ उस पर बाहर चर्चा कराई जा रही है ।सरकार को यदि चर्चा कराना ही थी तो बजट पारित होने के बाद कराईं जा सकती थी । लेकिन जनता की गाढ़ी कमाई के लाखों रुपये उड़ा कर सरकार सिर्फ़ इवेंट मैनेजमेंट कर रही है ।
विधायक श्री पटेल ने बताया कहा कि कर्ज से अधिक ब्याज की राशि कर दी गई है। प्रदेश सरकार निरंतर कर्जा लेकर मध्यप्रदेश के निवासियों को कर्जदार बना रही है। हमने पहले भी कहा था कि कर्जा लेने के लिए श्वेत पत्र सरकार प्रस्तुत करें किंतु इस संबंध में नागरिकों को अंधेरे में रखा जा रहा है और मध्य प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को 50 हजार रु से अधिक का कर्जदार बना दिया गया है। बेरोजगारों के रोज़गार ,किसानों तथा गरीबों की समस्याओं पर सरकार का रत्ती भर ध्यान नहीं है। वर्तमान में प्रदेश में बेरोजगारी की दर सर्वाधिक है, महंगाई चरम सीमा पर है, नौजवान, आमजन किसानों के हाल बेहाल हैं। बिजली के अधिक राशि के बिल दिए जा रहे हैं, किसानों के सामान की कुर्की की जा रही हैं, निर्दोष अन्नदाता पर प्रकरण लादे जा रहे हैं। इन ज्वलंत समस्याओं पर भाजपा सरकार का ध्यान नहीं है,वह सिर्फ इवेंट करने में लगी है। जनता देख रही है और समय आने पर जवाब देगी।