मध्यप्रदेश

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर महाविद्यालय में आयोजित हुई संगोष्ठी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर महाविद्यालय में आयोजित हुई संगोष्ठी।

संजय सिंह मझ़ौली-सीधी
शा. कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय मझौली में उच्च शिक्षा विभाग भोपाल विश्व बैंक परियोजना अकादमिक उत्कृष्टता के अंतर्गत 17 मार्च 2023 को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: विशेषताएं एवं चुनौतियां” था। कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्य गीता भारती की अध्यक्षता में सम्पन्न कराया गया जहां मुख्य अतिथि डॉ. पंकज कुमार श्रीवास्तव ( अतिरिक्त संचालक रीवा संभाग), विशिष्ट अतिथि प्रो विवेक वर्मा ( मॉडल साइंस कालेज रीवा), मुख्य वक्ता प्रो. अनिल कुमार तिवारी (उपनियंत्रक स्वशासी प्रकोष्ठ शा. टी. आर एस. महाविद्यालय रीवा म.प्र, स्त्रोत वक्ता के रूप डॉ संजय सिंह (विभागाध्यक्ष रसायन शास्त्र शा. टी. आर. एस. महाविद्यालय रीवा , स्त्रोत वक्ता के रूप में डॉ. सिद्धार्थ भगवान जाधव (सह प्राध्यापक इतिहास, श्रीमती नानकी बाई वाढवानी कला महाविद्यालय यवतमाल (एम. एच.) डॉ कैलाश गायकवाड (विभागाध्यक्ष इतिहास धाबेकर कारंजा (लाड )जिला वाशीम (एम.एच. ) सभी अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के प्रतिमा में दीप प्रज्वलित व पुष्प अर्पित करने के साथ राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया।

राष्ट्रीय संगोष्ठी को दो सत्रों में संचालित किया गया जिसमें प्रथम सत्र प्रभारी प्राचार्य गीता भारती व मुख्य अतिथि डॉ पंकज कुमार श्रीवास्तव अतिरिक्त संचालक रीवा संभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर विद्यार्थियों से चर्चा की गई ।जिसमें मुख्य वक्ता डा अनिल तिवारी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विषय में विस्तृत जानकारियों विद्यार्थीयों को प्रदान की गई।नई शिक्षा नीति के अनुसार अब 5 +3 +3 +4 वाला पैटर्न फॉलो किया जा रहा है अब से शिक्षा में रटने की बजाए कॉन्सेप्ट समझकर अध्यापन कार्य करवाया जाएगा। विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास किया जा सके।

एक वर्ष पढ़ाई करने के बाद यदि छात्र पढाई छोड़ता है और फिर दोबारा अपनी पढ़ाई जारी करने का मन बनाता है तो वह अपनी पढाई वहीँ से प्रारंभ कर सकता है जहाँ से उसने अपनी पढाई को छोड़ा था। डॉ विवेक वर्मा द्वारा क्रेडिट बेस्ड सिस्टम पर विद्यार्थियों से चर्चा की गईं। डॉ.सिद्धार्थ भगवान जाधव व्यवसायिक शिक्षा का रोजगार के रूप में विद्यार्थी द्वारा अपनाया जा सकता है नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के माध्यम से वर्तमान में इस तरह की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं डॉ संजय सिंह द्वारा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष में विद्यार्थियों को क्रेडिट बेस्ड सिस्टम को विस्तार से बताया गया।मेजर माइनर ,ओपन इलेक्टिव, एबिलिटी इनहैंसमेट कंपलसरी कोर्सेज, प्रोजेक्ट, मल्टी एंट्री एंड एग्जिट, प्रोग्राम लर्निंग आउटकम , स्वयंम, एन टी पी एल, मूक्स, आदि से संबंधित जानकारी विद्यार्थियों को प्रदान की गई। डाक्टर गंगा बैरागी द्वारा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपना शोध पत्र भी प्रस्तुत किया गया ।कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के विश्व बैंक परियोजना प्रभारी एवं कार्यक्रम के संयोजक एसआर भारती ,डॉ लक्ष्मण उईके कार्यक्रम के सह- संयोजक , सुनील सिंह कार्यक्रम के सह- संयोजक,डॉ पूजा कश्यप आइक्यूएसी प्रभारी, बी एल सिंह अयाम, डा गंगादेवी बैरागी, डा भावना नागेंद्र ,डॉ एस के तिवारी, डा वहीदुन निशा,राज किशोर तिवारी, वीपेंद्र द्विवेदी, केपी तिवारी,गुलाब सिंह श्याम, संदीप कोल, कल्लू प्रसाद, सिद्धनाथ केवट ,गया प्रसाद केवट आदि के साथ महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थियों ने सहभागिता प्रदान करके कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम का संचालन बी एल सिंह अयाम, लक्ष्मण उईके, डॉ पूजा कश्यप, डॉ भावना नागेंद्र द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम का आभार कार्यक्रम संयोजक एस आर भारती द्वारा प्रकट किया गया।

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