एक माह तक सात वर्षीय सादीमा ने रखा रोजा।

एक माह तक सात वर्षीय सादीमा ने रखा रोजा।
सीधी। मुस्लिम समाज के पवित्र माह रमजान में रोजा रखने वालों पर अल्लाह की रहमत की बारिश होती है।माना जाता है कि रमजान के माह में अल्लाह हर एक नेकी के बदले कई गुणा नेकियों का सबाब अता फरमाते हैं।रमजान माह का पहला रोजा बड़ों के साथ साथ मासूम बच्चों ने भी रखा।
खास बात यह है कि शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी मोहम्मद अकरम उर्फ मुन्ना खान की सात वर्षीय बेटी सादीमा फातमा ने पूरे एक माह तक चलने वाले रमजान पर्व पर रोजा रख कर अमन चैन की दुआ मांगी। तपती धूप की परवाह किए बिना नन्ही बच्ची ने रोजा रखा।अल्लाह और उसके रसूल की रजा हासिल करने के लिए भूख और प्यास की शिद्दत बर्दाश्त की। खुदा की खुशनूदी हासिल करने के लिए भीषण गर्मी में भूख और प्यास को बर्दाश्त किया। सादीमा के पहला रोजा रखने पर घर में खुशी का माहौल रहा। बेटी के पहले रोजे पर घर में खास पकवान तैयार किए गए। सादीमा ने खुदा और उसके रसूल की खुशी के लिए अपनी जदगी का पहला रोजा रखा और दिनभर इबादत भी की।