विभिन्न रूटों के लिए नहीं रहीं बसें,भटकते रहे यात्री,बस स्टैंड सहित चौराहों में गंतव्य तक पहुंचने के लिए करते रहे वाहनों की तलाश।

विभिन्न रूटों के लिए नहीं रहीं बसें,भटकते रहे यात्री,बस स्टैंड सहित चौराहों में गंतव्य तक पहुंचने के लिए करते रहे वाहनों की तलाश।
-ऑटो संचालकों की रही चांदी, लंबी दूरी, मनमानी किराया के साथ ओवर लोड यात्रियों को लेकर भरते रहे फर्राटे
-परेशान यात्रियों ने सुनाई समस्या
-प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में हितग्राहियों को ले जाने बसों के अधिग्रहण से हुई यात्रियों की फजीहत।
सीधी। सोमवार को शहर के दोनो बस स्टैंड यात्रियों से खचाखच भरे रहे। लेकिन विभिन्न रूटों के लिए यात्री बसें नहीं थी। रूटों में जाने वाली बसें कब आएंगी इसके लिए यात्री एक दूसरे से पूंछते नजर आए। बस कंडक्टर यह भरोसा देते हुए टिकट काटते रहे कि थोड़ी देर में बस आ जाएगी। लेकिन घंटों बीतने के बाद भी बस स्टैंड के ट्रैक पर बस नजर नहीं आई। दोपहर 1.30 बजे शहर के सोनांचल बस स्टैंड में पथरौला जाने वाली बस का इंतजार कर रहे शिवकुमार यादव ने बताया कि रिस्तेदारी में गया था, घर वापस जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा हूं, एक घंटे पहले बस कंडक्टर ने टिकट काट दिया, बोला था थोड़ी देर में बस आ जाएगी, लेकिन अभी तक बस नहीं आई। कुछ लोग बता रहे हैं कि बसें प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में लोगों को लेकर रीवा गईं हैं, उनके वापस आने तक शाम हो जाएगी। टिकरी जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे सूरजदीन सिंह ने बताया कि यहां बस नहीं मिलने पर चौराहे की ओर गया था, वहां ऑटो टिकरी की ओर जा रही थी, उसमे काफी यात्री बैठे थे, जगह नहीं थी, ऑटो संचालक ने कहा बसें नहीं आएंगी, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में रीवा गई हैं। चलना हो तो सौ रुपये किराया लगेगा। दो गुना किराया सुनकर मैं वापस लौट आया। इसी तरह विभिन्न रूटों में जाने के लिए अन्य यात्री भी परेशान नजर आए।
बता दें कि रीवा में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में हितग्राहियों को ले जाने के लिए प्रशासन द्वारा सीधी जिले से 150 तथा सिंगरौली जिले से 50 यात्री बसें अधिग्रहीत की गई थी। रविवार से ही बसों के अधिग्रहीत किये जाने से जिले में आवागमन की समस्या शुरू हो गई थी। लेकिन सोमवार को विभिन्न रूटों के लिए बसों की पूरी तरह से किल्लत रही। सोनांचल बस स्टैंड सहित श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर राष्ट्रीय बस स्टैंड के साथ ही शहर के विभिन्न चौराहों में यात्री आवागमन का साधन ढूंढने के लिए पूरे दिन परेशान नजर आए।
कॉलेजी छात्रों को हुई काफी परेशानी:-
जिले के कमर्जी, बहरी, टिकरी, खाम्ह, सेमरिया, बरमबाबा सहित अन्य रूटों से बड़ी संख्या में कॉलेजी छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा की पढ़ाई करने सीधी कॉलेज आते हैं। उनका नियमित आवागमन होता है। ऑटो व टैक्सी में ज्यादा किराया लगने के कारण वह बसों में सफर करते हैं। सुबह कॉलेज आने के लिए कुछ रूटों से बसें मिल गई थी, वहीं कुछ अन्य साधनों से आ गए थे, लेकिन वापस जाने के लिए वह बस का इंतजार करते नजर आए। सोनांचल बस स्टैंड में बस का इंतजार करते छात्र-छात्राओं ने बताया कि रोज दो बजे तक बस से वापस लौट जाते थे, लेकिन आज बस न होने से परेशानी हो रही है।
ऑटो संचालकों की रही चांदी,वसूले मनमानी किराया-
सोमवार को विभिन्न रूटों के लिए यात्री बसों के न होने से शहर के विभिन्न रूटों के चौराहों व बस स्टैंडों के आस-पास ऑटो संचालकों का जमावड़ा लगा रहा। शहर के सम्राट चौक, शहीद श्यामलाल सिंह चौक, लालता चौक, ऊंची हवेली आदि जगह ऑटो संचालक लंबे रूट के लिए यात्रियों को भरते नजर आए। कई यात्रियों ने बताया कि आज ऑटो संचालक दो गुना किराया तो ले ही रहे हैं, निर्धारित क्षमता से कहीं ज्यादा यात्री भी भर रहे हैं।
बस स्टैंड में सक्रिय रहे जेब कतरे:-
सोनांचल बस स्टैंड में यात्री बसों की कमी व यात्रियों की भारी भीड़ के कारण जेब कतरे भी सक्रिय रहे। मायके खैरा से ससुराल सिरसी जाने के लिए बस स्टैंड में बस का इंतजार कर रही सीताकली यादव का दोपहर करीब 2 बजे एक जेब कतरे द्वारा पर्स पार कर दिया गया। पर्स में करीब दो हजार रुपये व सोने की लॉकिट थी। पर्स चोरी होने की जानकारी लगते ही सीताकली दहाड़ मारकर रोने लगी। आस-पास बैठे यात्रियों ने पुलिस को सूचना दी, मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने बस स्टैंड में लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से चोर की पहचान करने में जुटी रही।
जिले में डेढ़ सैकड़ा से अधिक बसें पंजीकृत-
जिले में विभिन्न रूटों के लिए करीब 165 यात्री बसें पंजीकृत हैं। इनमें करीब 105 बसें 32 सीटर तो 60 बसे 55 सीटर शामिल हैं। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में हितग्राहियों को रीवा ले जाने के लिए प्रशासन द्वारा जिले से 150 यात्री बसें अधिग्रहीत करने के बाद विभिन्न रूटों के लिए महज करीब 15 यात्री बसें ही शेष बची थी।