पंचायत में गुणवत्ता विहीन बनाई जा रही थी पीसीसी, जिम्मेदार भी बेखबर…

प्रशासन चाहे भ्रष्टाचार पर जितना भी रोक लगाने का प्रयास कर ले परंतु कमीशन खोरी के चक्कर में निर्माण कार्य किस प्रकार से होता है इसका जीता जागता नमूना ग्राम पंचायतों में देखा जा सकता है मामला है सीधी जिले के कुसमी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत खैरी गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य को लेकर सुर्खियों में रहा हैं। यहां पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव के द्वारा गुणवत्ता विहीन पीसीसी निर्माण कार्य कराया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा किसी तरह की कोई निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। जिससे सचिव मनमानी पूर्ण कार्य करा रहे है,खैरी पंचायत मे पीसीसी सौ मीटर का निर्माण कार्य कराया जा रहा जिसमें सड़क की बेस काफी कमजोर बनाई गई है।

एवं एस्टीमेट से कम मटेरियल डाल कर पीसीसी तैयार किया जा रहा है। मौके पर कार्य कर रहे हैं मिस्त्री नरेंद्र सिंह ने मीडिया को जानकारी देकर बताया कि मटेरियल में 4 तगाड़ी गिट्टी 4 तगाड़ी बालू एवं एक तगाड़ी सीमेंट मिलाकर पीसीसी तैयार की जा रही है। और इस तरह के मटेरियल डालने के लिए सचिव के द्वारा उन्हें कहा गया है। वही बात करें तो गुणवत्ता विहीन रेत का भी उपयोग पीसीसी सड़क में किया जा रहा है। वहीं मनरेगा की मजदूरी में भी गड़बड़ी की जा रही है ऐसे कई काम है जिसमे काम नहीं करने वाले लोगों के खाते में राशि भेजी जा रही है और मनरेगा की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है ।हितग्राही मूलक कार्य में भी पंचायत उदासीनता की गई है। खैरी पंचायत अंतर्गत कई ऐसे निर्माण कार्य हैं जिसकी जांच की जाती है तो कई खुलासे हो सकते हैं।