शराब की तस्करी अमूल दूध के कंटेनर में

शराब बंदी वाले राज्य गुजरात में की जाने वाली शराब की तस्करी का अनोखा मामला सामने आया है। तस्करों ने शराब की तस्करी का नया फॉर्मूला खोल लिया। ये बिल्कुल फिल्मी है। जिस तरह फिल्म पुष्पा में हीरो ट्रक में पार्टिशन बनाकर चंदन की लकडिय़ों की तस्करी करता है, ठीक उसी तरह धार में शराब तस्करी की जा रही थी। धार में क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम ने गुरुवार को इंदौर-फोरलेन पर अमूल दूध लिखे एक कंटेनर को पकड़ा।
जांच में कंटेनर में पार्टिशन कर रखी गई 36 लाख रुपए की शराब जब्त की गई। इसे गुजरात में खपाने की तैयारी थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस की दो टीमों ने ये कार्रवाई की। एक टीम 50 किलोमीटर पहले इंदौर की सीमा से इस वाहन का पीछा कर रही थी। दूसरी टीम ने फोरलेन पर घेराबंदी करते हुए वाहन को रोका। पुलिस ने कंटेनर चालक हनुमान राम (31), राजस्थान और अजित शर्मा (42), हरियाणा को गिरफ्तार किया है।
सीएसपी देवेंद्र सिंह धुर्वे ने बताया कि एसपी मनोज कुमार सिंह ने मासिक समीक्षा में सभी थाना प्रभारियों को अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए थे। इसमें अवैध शराब तस्करी के खिलाफ भी कार्रवाई को कहा था। गुरुवार को हमें मुखबिर से हमें सूचना मिली थी कि एक कंटेनर इंदौर से धार की ओर आ रहा है। इसमें बड़ी मात्रा में शराब भरी हुई है। तस्करों ने आयशर वाहन को दूध सप्लाई करने वाले कंटेनर का रूप दिया था।
पार्टिशन में 291 शराब की पेटी मिली
सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम उस वाहन का इंदौर की सीमा से पीछा करने लगी। धार की नौगांव पुलिस को भी सूचना दी गई तो एक टीम हाईवे पर तैनात हो गई। जैसे ही कंटेनर लबरावदा फाटे के पास पहुंचा, पुलिस ने उसे रोक लिया।
कंटेनर को खोला तो पहले वह सामान्य नजर आया। अच्छी तरह से चेकिंग की तो उसमें पार्टिशन दिखा। दूसरे हिस्से को खोला गया तो उसमें से 291 पेटी अलग-अलग ब्रांड की शराब रखी मिली। पुलिस ने कंटेनर चालक हनुमान राम और अजित शर्मा को पकड़कर थाने लाया। पूछताछ के बाद उनके खिलाफ आबकारी एक्ट अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार शराब की कीमत 36 लाख रुपए और कंटेनर की कीमत 14 लाख रुपए है।
दूध रखने वाली खाली कैरेट जमा रखी थी
साइबर क्राइम ब्रांच प्रभारी दिनेश शर्मा ने बताया कि वाहन हरियाणा से शराब की पेटियां लेकर निकला था। वाहन की बॉडी पर अमूल दूध का विज्ञापन बना हुआ था। जब कंटेनर का दरवाजा खोलने पर अंदर दूध की थैलियां रखने वाली खाली कैरेट जमी हुई थीं।
लेकिन सूचना के आधार पर कैरेट को हटाकर देखा गया तो अंदर एक पार्टिशन में शराब की पेटियां नजर आईं। शराब परिवहन करने वाले तस्करों ने लोहे की प्लेट लगाकर एक हिस्सा शराब की पेटियां रखने के लिए बनवाया था।