सोन नदी पुल पर वैकल्पिक मार्ग नहीं बनाए जाने के विरोध में धरना होगा।

प्रशासन द्वारा जनता की अनदेखी के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना 22 मई से।
सोन नदी पुल पर वैकल्पिक मार्ग नहीं बनाए जाने के विरोध में धरना होगा।
सीधी सिहावल: विधायक एवं पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने बताया की जिला प्रशासन द्वारा निरंतर जनता की अनदेखी कर सोन नदी पुल पर वैकल्पिक मार्ग नहीं बनाए जाने से जनता जनार्दन को तीन गुना से अधिक राशि वहन कर के उस पार जाना पड़ रहा है ।
विधायक श्री पटेल ने बताया कि विधानसभा में भी मेरे द्वारा स्थगन एवं ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया जिस पर लोक निर्माण विभाग के मंत्री ने सोन पुल पर हल्के वाहनों के आवागमन को आरंभ करने एवं वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए कहा था।
गत वर्ष 19 नवंबर से सोनपुल पर बहरी हनुमाना मार्ग सोनपुर पर वाहनों की आवाजाही को बंद किया गया।
जिला प्रशासन को सोनपुल बहरी-हनुमाना मार्ग एवं बमूरी-नकझर पुल पर वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए अनेकों बार लिखित एवं मौखिक रूप से जनता की इस गंभीर समस्या के बारे में बताया गया ।लेकिन दुखद यह है कि इसके बाद भी स्थिति जस की तस जिला प्रशासन द्वारा बनाए रखी है। दिनांक 19 फरवरी 2023 को सोन नदी पर मेरे द्वारा जनता के साथ धरना देने पर जिला प्रशासन ने हल्के वाहनों को पुल से आवागमन आरंभ किया तथा उन पर वैकल्पिक मार्ग बनाने शीघ्र बनाने का आश्वासन दिया था।किंतु दो माह के बाद भी उस पर अमल नहीं किया गया। इससे पीड़ित क्षेत्रवासी विवाह समारोह,बारात, तिलक, मरीज किसान व यात्रीगण पुल बंद होने से एक सौ किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ रही है जनता को उस पार जाने में तीन गुना से अधिक राशि देकर जाना पड़ रहा है। इससे अतिरिक्त धनराशि व समय का नुकसान हो रहा है। दिनांक 21 मई 2023 तक दोनों पुल पर वैकल्पिक मार्ग बनाकर वाहनों का आवागमन आरंभ नहीं किया गया तो विवश होकर जनहित में मुझे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए बाध्य होना पड़ेगा ।
इसकी समस्त जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी।