मध्यप्रदेश

प्रशासन के आदेश की उड़ी धज्जियां,बढ़ौना में हुई नाबालिग के साथ शादी।

प्रशासन के आदेश की उड़ी धज्जियां,बढ़ौना में हुई नाबालिग के साथ शादी।
सीधी: प्रशासन तमाम दावे करती है नाबालिगों के साथ शादी के लिए पूरी तरह से प्रशासन रोक लगाई है इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर आदेश जारी करने के अलावा ग्राम पंचायतों में भी सरपंच एवं सचिव को भी आदेश जारी कर दिया गया है। लिहाजा इसके बावजूद भी बढ़ौना पंचायत में एक 15 साल 9 माह की बच्ची का बालिग लड़के के साथ मंदिर में विवाह किया गया। ताज्जुब की बात ये रही कि इस दौरान बढ़ौना पंचायत की सरपंच श्रीमती रेनुलता सिंह खुद वर वधू को आशीर्वाद देने पहुंची। यहां तक कि वधू को आशीर्वाद देते हुए उनके मांग में सिंदूर भरवाया गया।
ऐसी परिस्थिति में जब सरपंच खुद मौजूद रहकर शासन के नियमों की धज्जियां उड़ा रही हों तो फिर नाबालिग का विवाह रोकने के लिए शासन के आदेश को भला कौन पालन करवाता। जाहिर है कि पंचायत के सचिव को भी इसकी जानकारी रही होगी वो भले नहीं पहुंचे लेकिन मामला गांव का होता है तो उन्हे भी यह जानकारी निश्चित रूप से होगी।
इस मामले को लेकर गांव के उपसरपंच रामबली मौर्या द्वारा कलेक्टर, महिला बाल विकास एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारियों तक शिकायत कर चुके हैं। ये शादी समारोह 20 अप्रैल को ग्राम पंचायत बढ़ौना के शिव मंदिर होना बताया गया है। शिकायती पत्र में उपसरपंच ने बताया कि नाबालिग बालिका उम्र 15 साल 9 माह निवासी बढ़ौना थाना कमर्जी की शादी जबरन ओमप्रकाश विश्वकर्मा पिता राधिका उम्र 18 वर्ष निवासी हटवा बरहा टोला के साथ करा दी गई है। उक्त विवाह की रिकार्डिंग आम जन द्वारा मोबाइल फोन पर की गई है। यहां तक कि उसका प्रसारण सोशल मीडिया में हो चुका है जिसकी प्रति भी सोशल मीडिया में होने की समस्त जानकारी कलेक्टर एवं अन्य विभागीय अधिकारियों को दी जा चुकी है।
शिकायत के बाद भी कार्यवाही से परहेज
ताज्जुब की बात है कि नाबालिग बच्ची का विवाह हो जाता है तमाम शिकायतें हुई इसका कोई असर अधिकारियों पर नहीं हुआ है। आवेदन में ये भी उल्लेख किया गया है कि इस पर बाल विवाह कराने वाले ऐसे दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो।

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