मध्यप्रदेश
करंट के चपेट में आने से मौत : एनएच पर घंटों लगा रहा जाम,समझाइस के बाद मामला हुआ शांत।

करंट के चपेट में आने से मौत : एनएच पर घंटों लगा रहा जाम,समझाइस के बाद मामला हुआ शांत।
सीधी: राष्ट्रीय राजमार्ग सीधी-चुरहट अंतर्गत देवनार नाला में बिजली विभाग से संबंधित की एक कर्मचारी युवक की मौत को लेकर घंटों जाम लगा रहा। हालात ये रहे कि भारी संख्या में ग्रामीण इस मांग पर अड़े रहे कि बिजली विभाग के अधिकारी आएं उन्हे उचित राशि दें। काफी समझाइस के बाद अंतत: ये प्रदर्शन खत्म हुआ। इस मामले को लेकर सड़क के दोनों किनारे वाहनों की काफी भीड़ लगी थी। पुलिस बल की मौजूदगी के बाद भी जनता को मानने को तैयार नहीं थी। कहीं न कहीं लोगों में काफी आक्रोश था।
मामले के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस चौकी बम्हनी अंतर्गत बम्हनी निवासी रहीश साकेत 20 वर्ष 18 मई को करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। बताया गया है कि वह धनहा में बिजली विभाग का कर्मचारी था। वहां लाइट बनाते वक्त करंट की चपेट में आने से उसकी मौत होने के बाद उसे जिला चिकित्सालय सीधी लाया गया। हालत गंभीर होने के कारण रीवा रेफर कर दिया गया था जिसकी मौत आज हो गई है। मौत की घटना के बाद परिजन सहित अन्य लोगों ने देवनार नाला राष्ट्रीय राजमार्ग में दो घंटों तक जाम लगाया। पुलिस की समझाइस के बाद भी मामला शांत नहीं हो रहा था। इसके बाद काफी अमला भी पहुंचे। मृतक के परिजनों की मांग थी कि जब तक बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी नहीं आएंगे तब तक जाम को समाप्त नहीं किया जाएगा। इस जिद पर परिजन एवं प्रदर्शनकारी लगातार शोर शराबा एवं पुलिस तथा बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी करते रहे। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों किनारे भारी संख्या में वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। यात्री गण भी काफी परेशान हो रहे थे। हालांकि इस दौरान भी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी वहां नहीं पहुंचे लेकिन पुलिस की समझाइस के बाद आंदोलन स्थगित हुआ है।
विभाग में काम करने के दौरान हुई थी घटना : बागरी
पुलिस चौकी बम्हनी के प्रभारी फूलचन्द्र बागरी ने बताया कि धनहा क्षेत्र में मृतक काम कर रहा था उस दौरान करंट की चपेट में आने के कारण 18 मई को वह घायल हो गया था। जिसका उपचार जिला चिकित्सालय के बाद रीवा में हो रहा था। मौत होने के बाद परिजनों सहित आम लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग में चक्काजाम किया गया। बताया गया है कि परिजनों की मांग रही है कि जब तक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी नहीं आएंगे चक्काजाम आंदोलन समाप्त नहीं होगा। लेकिन हम लोगों की समझाइस के बाद आंदोलन समाप्त हो गया है जो भी दोषी होंगे जांच प्रक्रिया के बाद कार्यवाही की जाएगी।
विभाग का कर्मचारी नहीं है मृतक
बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तो फोन नहीं उठा रहे हैं लेकिन विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक विभाग का कर्मचारी नहीं है बल्कि वह कांट्रक्टर के रूप में किसी संविदाकार के साथ विभाग का काम करता था। हालांकि इसमें कितनी सत्यतता है ये तो हम नहीं कह सकते लेकिन जो जानकारी मिली है वो उल्लेखित की जा रही है। उधर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी फोन उठाने से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में क्या सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही सामने आएगी।