Sonebhadra: भाजपा,सपा में कोई अंतर नहीं है। दोनों पार्टियां एक सिक्के के दो पहलू हैं,दोनों पार्टियां धर्म के नाम पर राजनीति करती है?

स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा,सपा के भोपू बने हुए हैं।भागीरथी सिंह मौर्य
दिनेश पाण्डेय
जन अधिकार पार्टी के निवर्तमान मंडल अध्यक्ष भागीरथी सिंह मौर्य ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि भाजपा, सपा में कोई अंतर नहीं है । दोनों पार्टियां एक सिक्के के दो पहलू हैं दोनों पार्टियां धर्म के नाम पर राजनीति करती है
भाजपा राम मंदिर की बात करती है। वही सपा कृष्ण , परशुराम की बात करती है। जबकि देश व देशवासियों का विकास शिक्षा एवं संविधान से होगा ,परंतु इन दोनों दलों की चाहत है कि आम जनता को धर्म के नाम पर बेवकूफ बनाकर इनके वोटों के सहारे बारी-बारी सत्ता में बने रहे ।
आगे श्री मौर्य ने कहा कि भाजपा सपा मिलीभगत कर देश में धार्मिक उन्माद फैलाना चाहती है जिससे आम जनमानस का ध्यान स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार एवं महंगाई की ओर व सरकार के द्वारा किए जा रहे निजीकरण एवं सरकार की गलत नीतियों की तरफ जनता का ध्यान न जाए जिससे लोग अपने हक – हिस्सा एवं रोजगार की बात न करें, जिसके लिए स्वामी प्रसाद मौर्य जी भाजपा सपा के लिए भोपू बने हुए हैं ।वह अपने बाद समाज के किसी ब्यक्ति को नेता बनते नहीं देखना चाहते स्वामी प्रसाद मौर्य जी सपा एवं भाजपा के कहने पर इस तरह की बयान बाजी कर रहे हैं ।
उनका कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी समाज व देश से कोई सरोकार नहीं है ।यदि स्वामी प्रसाद मौर्य जी उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल के एमएलसी हैं तो उन्हें भाजपा की गलत नीतियों का विरोध निजीकरण का विरोध महंगाई का विरोध डीजल पेट्रोल रसोई गैस के दाम आए दिन बढ़ रहे हैं जिसका विरोध एवं युवाओं को रोजगार देने की मांग किसानों के कर्ज को माफ करने की मांग किसानों को खाद बिजली सस्ते दर पर दिए जाने की मांग करनी चाहिए ।
जनता के मुद्दों पर आखिर अखिलेश यादव एवं स्वामी प्रसाद मौर्य जी का मुंह क्यों बंद रहता है यह बात अखिलेश यादव एवं स्वामी प्रसाद मौर्य जी को बतानी पड़ेगी जनता पिता-पुत्र की कई बार सरकार बनाकर लाठियां खाकर देख चुकी है अब जनता अखिलेश यादव के कहने पर स्वामी प्रसाद मौर्य जी के चिल्लाने से सपा को ओट देने वाली नहीं है क्योंकि यह वही स्वामी प्रसाद मौर्य जी हैं जो कभी कहा करते थे कि गौरी – गणेश नहीं गोबर है फिर गोमूत्र से सुद्धि कराने चले गए आज चर्चा में आने के लिए भाजपा सपा के भोपू बन गए हैं। इनका सिर्फ इतना मकसद है कि खुद विधायक मंत्री एवं बेटे – बेटी को विधायक सांसद मंत्री बनाने का है जो सपना पूरा होने वाला नही है ।
जनता एवं कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी समाज के दुख दर्द से इनका कोई मतलब नहीं है।स्वामी प्रसाद मौर्य जी के द्वारा पिछड़े वर्ग अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग की बात तो दूर कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी समाज के लिए भी कभी कोई कार्य नहीं किया गया है , नाही अपनी जाति के एक व्यक्ति को नेता बनाया कहने को भले कहते हैं कि मैं 40 साल से राजनीति कर रहा हूं
स्वामी प्रसाद मौर्य जी को अब राजनीति छोड़ देना चाहिए क्योंकि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहा कब क्या बोल जाएंगे कब कहां चले जाएंगे इसका कोई ठिकाना नहीं है ।