Singrauli : आईसीडीएस सेवकों का काम रोको आंदोलन जारी, कोटवार एवं आशा कार्यकर्ता भी धरने पर तटस्थ

पोल खोल सिंगरौली
वेतन विसंगति सहित 15 सूत्रीय मांगों को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक काम रोको आंदोलन शुरू किया है। आज तीसरे दिन भी इनका आंदोलन जारी रहा। वहीं कोटवार संघ तथा आशा, ऊषा एवं सहयोगी कार्यकर्ताएं भी धरना पर तटस्थ हैं।
गौरतलब हो कि महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी व पर्यवेक्षक प्रदेश सरकार पर वेतन विसंगति सहित अन्य मांगों को लेकर गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि अन्य कई विभागों के कर्मचारियों का वेतन सीडीपीओ एवं पर्यवेक्षकों की तुलना में ज्यादा है। प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों ने कई बार आश्वासन भी दिये कि वेतन विसंगति सहित अन्य मांगों को पूरा किया जायेगा। इसके बावजूद प्रदेश सरकार गंभीरता से नहीं लिया।
मजबूर होकर परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक काम रोको आंदोलन शुरू कर दिया है। हड़ताली कर्मचारियों का दावा है कि हड़ताल से प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। वहीं पोषण आहार वितरण अस्त-व्यस्त हो गया है। कुपोषित बच्चों की निगरानी नहीं हो पा रही है। उक्त संघ के कर्मचारियों का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक यह कामकाज ठप रहेगा। उधर कोटवार संघ भी सातवे दिन धरने पर बैठे रहे। इसी तरह आशा, ऊषा एवं सहयोगी कार्यकर्ता भी सीएमएचओ दफ्तर के सामने तीसरे दिन धरना देकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।