Singrauli : एनसीएल प्रबंधन भी सवालों में घिरा, 25 मार्च तक लिखित जबाव देने के लिए तिथि मुकर्रर, मचा हड़कम्प

सुरक्षा कर्मियों से पंगा लेना पड़ा महंगा
एनसीएल के भू-संपदा अधिकारी ने भेजा जमीन खाली कराने की नोटिस
पोल खोल सिंगरौली।
एनसीएल के सुरक्षा कर्मियों के साथ सरेराह मारपीट करना कबाड़ कारोबारियों को भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। न्यायालय भू-संपदा अधिकारी एनसीएल खडिय़ा परियोजना के द्वारा विपिन यादव, दिनेश यादव, विनोद यादव को जमीन से बेदखल करने नोटिस भेजा है और उन्हें जमीन खाली कराने के लिए 25 मार्च तक की तिथि मुकर्रर की गयी है।
दरअसल गुरूवार को एनसीएल परियोजना खडिय़ा के शक्तिनगर में परियोजना के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के साथ सरेराह कबाडिय़ों ने हमला कर लहु-लुहान कर दिया था। इस घटना के बाद एनसीएल के सुरक्षा अधिकारी सवालों के कटघरे में घिर गये थे। आरोप है कि यह सब विवाद पैसे के लेन-देन को लेकर हुआ था। मामला जब तूल पकड़ा तो एनसीएल परियोजना खडिय़ा के अधिकारियों ने कबाड़ कारोबारियों पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक न्यायालय भू-संपदा अधिकारी एनसीएल परियोजना खडिय़ा महाप्रबंधक कार्यालय परिसर सोनभद्र के यहां से विपिन यादव, दिनेश यादव एवं विनोद यादव पिता हरिश्चन्द्र यादव ग्राम चिल्काडाड़ को लोक परिसर अधिनियम 1971 की धारा 4 की उपधारा (1) के अधीन नोटिस जारी की गयी है। नोटिस में लोक परिसर से बेदखल किये जाने की नोटिस है। इसके लिए जबाव भी 25 मार्च की सुबह 11 बजे तक लिखित रूप से देने के लिए कहा गया है। शक्तिनगर बस स्टैण्ड एवं हरदहवा बस्ती, चिल्काडाड़ में तीन अलग-अलग प्लाट हैं। जहां वर्ष 2018 से 4 बड़ी दुकान बतौर गोदाम, तीन कबाड़ की दुकान, एक मकान अनाधिकृत रूप से निर्माण किये जाने के आरोप हैं। यह नोटिस आज शनिवार को जारी की गयी है।
चार सालों से कुंभ निद्रा में था एनसीएल प्रबंधन
कबाड़ कारोबारियों पर बेजा भूमि पर काबिज करने और उस पर बेदखली की कार्रवाई की नोटिस जारी किये जाने के बाद एनसीएल परियोजना खडिय़ा का प्रबंधन एवं भू-संपदा अधिकारी सवालों के कटघरे में घिरते नजर आ रहे हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि 2018 से विनोद,विपिन, दिनेश भारी-भरकम दुकान, मकान, गोदाम बनाकर कबाड़ का गोदाम बनाये थे। फिर इतने दिनों तक इनकी निगाहें इन अनाधिकृत दुकानों पर क्यों नहीं पड़ी? यदि गुरूवार को मुख्य सुरक्षा अधिकारी के साथ सरेराह मारपीट न की गयी होती तो शायद एनसीएल परियोजना का प्रबंधन यह कदम न उठाता और पर्दे के पीछे खेल जारी रहता।
उगाही-बगाही को लेकर सुरक्षा कर्मी घिरे
गुरूवार को शक्तिनगर इलाके में इस बात को लेकर विवाद हुआ था कि मुख्य सुरक्षा अधिकारी कबाड़ी कारोबारियों के यहां उगाही-बगाही करने गये थे। जहां पैसे के लेन-देन को लेकर कहा-सुनी हुई और घटना मारपीट में तब्दील हो गयी। इस घटना के बाद शक्तिनगर पुलिस एवं परियोजना के सुरक्षा अधिकारी भी सवालों के कटघरे में घिर गये। आरोप लगाया जा रहा है कि खडिय़ा,बीना,ककरी परियोजना क्षेत्र में सीकेडी माफिया काफी सक्रिय हैं। इस क्षेत्र में सक्रिय सीकेडी सब पर भारी हैं। जिनके आगे खाकी बर्दी के साथ-साथ सफेदपोशधारी भी सलामी करते रहते हैं।