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सैलरी को लेकर डीबीएल ओबी कंपनी में हुआ बवाल

गुस्साये ऑपरेटरों ने प्रोजेक्ट मैनेजर, शिफ्ट इंचार्ज एवं दो सुरक्षा गार्डों के साथ की हाथापाई,पुलिस ने किया हस्तक्षेप,20 घण्टे बंद रहा कामकाज

पोल खोल सिंगरौली।

दिलीप बिल्डकॉन ओबी कंपनी मुहेर में बीती रात से लेकर बुधवार की शाम 6 बजे तक हंगामा चलता रहा। रात में प्रोजेक्ट मैनेजर, शिफ्ट इंचार्ज एवं दो सुरक्षा गार्डों के बद्जुबानी के चलते गुस्साये श्रमिक एवं ऑपरेटरों ने सबक सिखाते हुए गाली-गलौज धक्का-मुक्की कर हंगामा शुरू कर दिया। वहीं पुलिस के पहुंचने के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ। लेकिन आज भी पूरे दिन श्रमिक कामकाज बंद कर हड़ताल पर चले गये थे।
दरअसल हुआ यूं था कि एनसीएल परियोजना बी-ब्लॉक के डीबीएल ओबी कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों को 4 महीने पूर्व वेतन महीने के प्रथम सप्ताह में भुगतान कर दिया जा रहा था। लेकिन कुछ महीने से कार्यरत कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने में कंपनी के प्रोजेक्ट इंचार्ज की लापरवाही से लेट लतीफी की जा रही थी। इस महीने के 18 अपै्रल तक कर्मचारियों के बैंक खाते में वेतन न पहुंचने पर अपनी-अपनी आर्थिक स्थिति बताते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर से दुखड़ा सुना रहे थे। 18 अपै्रल की रात करीब 10 बजे नाइट शिफ्ट में कार्य करने वाले स्टाफ के ऑपरेटर प्रोजेक्ट इंचार्ज से वेतन भुगतान के बारे में बात करने लगे।

सूत्र बता रहे हैं कि प्रोजेक्ट इंचार्ज ने हेकड़ी दिखाते हुए ऑपरेटरों के साथ अभद्र, अश्लील गाली-गलौज करने लगे। यहीं से बात बिगड़ गयी और गुस्साये ऑपरेटरों एवं श्रमिकों ने उसके बदले में सबक सिखाते हुए धक्का-मुक्की कर हंगामा शुरू कर दिये। बताया जा रहा है कि भारी संख्या में श्रमिक स्थल पर पहुंच कार्य ठप कर हड़ताल पर चले गये। इसी दौरान धरना की जानकारी मोरवा थाना एवं गोरबी चौकी पुलिस को दी गयी। जहां भारी संख्या में पुलिस पहुंच स्थिति को काबू करते हुए गुस्साये श्रमिकों को समझा-बुझाकर मामला शांत किया। अलसुबह करीब 3-4 बजे तक गुस्साये उक्त कंपनी के कर्मचारियों का मान-मुनौबल चलता रहा। स्टाफ इस बात पर अडिग था कि जब तक बैंक खाते में वेतन भुगतान नहीं किया जायेगा तब तक कोई कामकाज आरंभ नहीं होगा। बताया जा रहा है कि आज बुधवार की देर शाम कर्मचारियों के खाते में जब भुगतान भेजा गया तब कर्मचारी काम पर लौटे। हालांकि इस घटना की लिखित रिपोर्ट पुलिस के पास ओबी कंपनी के प्रबंधन द्वारा नहीं दी गयी है।

डीबीएल में मनमानी से स्टाफ में आक्रोश
बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट इंचार्ज की अडिय़ल रवैया के चलते यहां कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों को तरह-तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। समय से वेतन न मिलने पर कर्मचारी आर्थिक समस्या से जूझते रहते हैं। कई बार यहां का कार्यरत स्टाफ निर्धारित समयसीमा में वेतन भुगतान कराये जाने की मांग करता आ रहा है इसके बावजूद कंपनी प्रबंधन कर्मचारियों के मांगों को नजरअंदाज कर मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। इसका उदाहरण मंगलवार की रात का है। वहीं यह भी आरोप है कि केन्द्रीय श्रम विभाग भी इस मामले में अंजान बना हुआ है। इनके संरक्षण में ही ओबी कंपनियां खूब पल पोष रही हैं। केन्द्रीय श्रम विभाग का अमला यहां कब निरीक्षण करने आते हैं किसी को पता तक नहीं चलता।

20 घण्टे तक ठप रहा कामकाज,करोड़ों की क्षति
एनसीएल परियोजना बी-ब्लॉक के डीबीएल कंपनी के प्रबंधन के रवैये के चलते तकरीबन 20 घण्टे तक कामकाज पूरी तरह से ठप रहा है। बताया जा रहा है कि करीब 5 सैकड़ा से अधिक कर्मचारी अचानक हड़ताल पर चले गये। जिसके कारण मंगलवार की रात से लेकर बुधवार की शाम 6 बजे तक ओबी कंपनी का काम बंद था जिससे कंपनी को करोड़ों की क्षति उठानी पड़ी है। वहीं आक्रोश कर्मचारियों को मनाने के लिए डीबीएल के प्रोजेक्टर मैनेजर, शिफ्ट इंचार्ज को पसीने छूटने लगे। कर्मचारियों के कोप भाजन का शिकार यही दोनों अमला व दो सुरक्षा गार्ड भी शामिल थे।

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