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हादसों से सहमा एनसीयल दूधिचुआ अब तक कई हादसे हो चुके है कुछ ही महीनो में

एनसीयल दूधिचुआ में 440 करंट की संपर्क में आने से एनसीएल कर्मी झुलसा बाल बाल बाच जान

सेफ्टी विभाग पर उठ रहे सवाल

कब तक एनसीयल दूधिचुआ में होते रहेंगे हादसे

पोल खोल सिंगरौली।

शक्तिनगर थाना अंतर्गत एनसीएल की दूधिचुआ परियोजना में कल दिनांक 23/4/23 की रात्रि पाली के एनसीएल दूधिचुआ कर्मी अभिषेक बुरानडिया की 440 बोल्ट के चपेट मैं आने से बाल बाल बची जान मिली जानकारी के अनुसार घटना बीती रात करीबन 1:00 से 2:00 बजे के बीच की बताई जा रही है जानकारी के अनुसार आउटसोर्सिंग के कुछ लोगों द्वारा एनसीएल कर्मी कार्यरत जो विद्युत (E&M) विभाग के इलेक्ट्रीशियन पद पर थे उन्हें एनसीएल दुधीचूहा के बड़े अधिकारियों का नाम लेकर दबाव बनाया जाता है।

दबाव के कारण अभिषेक बुरानडिया पर दबाव डालकर विद्युत चार्ज करने को कहा जिसके कारण चार्ज करते ही440 बोल्ट के संपर्क में आने से दूधिचुआ कर्मचारी जल गया यह तो गनीमत था यदि कार्य 33000 हजार बोल्ट होता तो जयंत परियोजना की तरह ही दुर्घटना प्राणघातक होता सुरक्षा के नियमों पर सवाल उठना तो लाज़मी है मजदूरों द्वारा कहा गया कि हमें सुरक्षा टूल्स और सुरक्षा संबंधी कोई भी सामान नहीं दिया जाता अगर हम लोग द्वारा बोला जाता है।

तो अधिकारियों द्वारा नजरअंदाज कर दिया जाता है सेफ्टी के नाम पर टेंडर तो होते हैं केवल कागजों में ही सीमित रह जाते हैं एरिया सेफ्टी इंचार्ज और डीजीएम माइंस पी.ओ साहब इनके द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं प्रोडक्शन को लेकर कोल इंडिया की सहायक कंपनी एनसीएल दूधिचुआ सुरक्षा के लहजे मैं बिल्कुल भी ठीक नहीं है साथ ही इनमें सुरक्षा आदि को लेकर आंकड़ों की भी कमी है क्योंकि अधिकतम मामले रिपोर्ट ही नहीं हो पाते हैं।

कोयले का करो बार है जारी कौन हैं जित होगा जल्द बाबू साहब का उजागर चिठा ?

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