कैमोर जंगल में एक साथ तीन जगह लगी भीषण आग

आग पर काबू पाने वन विभाग का आधा सैकड़ा से अधिक अमला जुटा, आग पर काबू पाने का किया जा रहा दावा, अभ्यारण्य बगदरा क्षेत्र का मामला
पोल खोल सिंगरौली।
संजय राष्ट्रीय उद्यान अभ्यारण्य बगदरा के लोंहदा बीट में आज बुधवार को कैमोर पहाड़ जंगल में तीन अलग-अलग स्थानों पर आग भड़क उठी। इसकी सूचना मिलते ही अभ्यारण्य बगदरा का अमला आग पर काबू पाने के लिए जुट गया है। जब तक आग पर काबू पाते कई हेक्टेयर जंगल को आग ने अपने चपेट में ले लिया।
दरअसल आज बुधवार की सुबह से ही संजय राष्ट्रीय उद्यान अभ्यारण्य बगदरा के माची, झपरहवा, लोंहदा के कैमोर पहाड़ का जंगल धधकने लगा। इसकी जानकारी अभ्यारण्य बगदरा के अमले को दी गयी। जहां सुबह से ही वन परिक्षेत्राधिकारी रामकरण सिंह के नेतृत्व में डिप्टी रेंजर राजकुमार प्रजापति ने आधा सैकड़ा वन सुरक्षा समिति सदस्यों, बीट गार्ड व स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगा। जानकारी के मुताबिक माची एवं झपरहवा के जंगल में लगी आग पर किसी तरह काबू पा लिया गया। लेकिन देर रात तक लोंहदा बीट के क्योंटिली गांव के सामने पहाड़ के जंगल में लगी आग पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। शाम तक तेज हवाओं के चलने के कारण आग पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो रहा था और धीरे-धीरे आग बेकाबू हो रही थी। बताया जा रहा है कि करीब 5 हेक्टयर से ज्यादा रकवे के जंगल को अपने आगोश में ले लिया है। हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की जनहानि होने की खबर नहीं है। देर रात्रि तक अभ्यारण्य बगदरा का वन अमला आग पर काबू पाने के लिए संघर्ष करता रहा है। वन विभाग ने दावा किया है कि करीब-करीब आग पर काबू पा लिया गया है। अंधेरा होने एवं हवा चलने से कुछ अड़चने सामने आ रही हैं। फिर भी प्रयास है कि आग पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया जाय।
एक साथ तीन जंगलों में कैसे लगी आग
अभ्यारण्य बगदरा क्षेत्र के माची, झपरहवा, लोहदा क्षेत्र के कैमोर जंगल में एक ही दिन तीन स्थानों पर आग कैसे लगी। फिलहाल कारण अज्ञात है। अभ्यारण्य बगदरा का अमला मान रहा है कि आग अपने से नहीं बल्कि किसी के द्वारा लगायी गयी है। वन विभाग के अमले ने कहा कि पहली प्राथमिकता आग पर काबू पाना है। इसके बाद पतासाजी भी की जायेगी की आग लगाने का साजिशकर्ता कौन है। वन अमले ने यह भी आशंका जतायी की चरवाहों के द्वारा इस तरह की शरारते की गयी हों लेकिन एक साथ अलग-अलग स्थानों के जंगलों में आग पकडऩा कहीं न कहीं एक-दो व्यक्ति की साजिश हो सकती है। फिलहाल वन अमला आग पर काबू पाने के लिए पूरी ताकत लगाये हुए है।
सैकड़ों पेंड़-पौधे नष्ट, जानवर भी भागे
संजय नेशनल पार्क अभ्यारण्य बगदरा क्षेत्र के उक्त स्थानों के जंगल में हुई आग बेकाबू के कारण सैकड़ों, हजारों की संख्या में छोटे-छोटे पौधे, झाडिय़ां जलकर राख हो गये। इसका अनुमान अभी लगा पाना मुश्किल है कि कितने का नुकसान हुआ है। हालांकि कैमोर पहाड़ में जंगल कम पत्थर ज्यादा नजर आते हैं। फिर भी छोटे-छोटे बांस के पौधे भी नजर आते हैं। वहीं अभ्यारण्य जंगल के जानवर भी इधर-उधर भाग खड़े हुए हैं। अभी तक किसी प्रकार के जनहानि की खबर नहीं है। आग समीपी गांवों की ओर प्रवेश न करे इसके लिए ग्रामीण भी आग पर काबू पाने सहयोग में लगे हुए हैं।
इनका कहना है
आज बुधवार को माची, झपरहवा, लोंहदा के कैमोर पहाड़ के जंगल में आग लगने की सूचना मिली। जहां वन परिक्षेत्राधिकारी रामकरण सिंह के नेतृत्व में आधा सैकड़ा अमला आग पर काबू पाने के लिए लगा हुआ है। करीब-करीब नियंत्रण पा लिया गया है। तेज हवाओं के चलते दिक्कतें आ रही हैं।
राजकुमार प्रजापति
डिप्टी रेंजर,बगदरा,बीछी