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संविदा सहायक यंत्री को दे दिया एसडीओ का तमंगा

कलेक्टोरेट के दफ्तर से जारी हुआ था आदेश, कोल ब्लाक बंधा में सर्वे कराने लगायी गयी है ड्यूटी

पोल खोल सिंगरौली।

शहडोल जिले के लिए स्थानांतरित मनरेगा के सहायक यंत्री पर जिला प्रशासन ने बड़ा दरियादिली दिखाते हुए अनुविभागीय अधिकारी का तमंगा दे दिया है।
दरअसल जनपद पंचायत बैढऩ में पदस्थ संविदा सहायक यंत्री मनरेगा रामसुहावन सिंह इन दिनों सुर्खियों में हैं। रामसुहावन सिंह का स्थानांतरण शहडोल जिले के लिए अपै्रल महीने के प्रथम सप्ताह में तबादला किया गया था। वहीं अभी तक स्थानांतरित संविदा सहायक यंत्री को जिला पंचायत के द्वारा भारमुक्त नहीं किया गया है। बल्कि सहायक यंत्री रामसुहावन सिंह को जिले के सरई अंतर्गत तेंदुहा, पिडऱवाह, देवरी, बंधा एवं पचौर निजी भूमियों के अर्जन के लिए भू-अर्जन पुनर्वास और पुर्नव्यवस्थापन में उचित प्रतिकर एवं पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013 के तहत धारा 11 का प्रकाशन किया जा चुका है। परिसंपत्तियों के चिन्हित और उसका मापमान तथा रेखांक तैयार करने के लिए रामसुहावन की ड्यूटी लगायी गयी है और 18 अपै्रल 2022 के आदेश में अनुविभागीय अधिकारी का ग्रा.या.से.जनपद बैढऩ का तमंगा दे दिया गया है। जबकि भू-अर्जन के मापो में टीम लीडर के रूप में किसी अनुविभागीय अधिकारी ग्रा.या. से. या पीडब्ल्यूडी सहित अन्य सिविल विभाग के होना चाहिए। फिर यहां पर तत्कालीन कलेक्टर को भी गुमराह करने में कामयाब रहे और संविदा सहायक यंत्री को एसडीओ का तमंगा दिये जाने को लेकर इन दिनों विभाग में चर्चाओं का विषय बना हुआ है। साथ ही स्थानांतरित सहायक यंत्री को भारमुक्त न किये जाने पर कई तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं।

सिंगरौली से नहीं हो रहा मोहभंग,सर्वे बना सुरक्षा कवच
जनपद पंचायत बैढऩ के संविदा सहायक यंत्री ग्रा.यां.सेवा का सिंगरौली जिले से मोहभंग नहीं हो रहा है। यहां एक दशक के अधिक समय से पदस्थ हैं। जबकि सहायक यंत्री का पिछले माह शहडोल जिले के लिए तबादला भी हो गया है। सिंगरौली से सहायक यंत्री का मोहभंग न होने पर कई तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं। चर्चा है कि कोल माइंस बंधा परियोजना मेें योजनाबद्ध तरीके से पिछले वर्ष परिसंपत्तियों के मापी के लिए ड्यूटी लगवाया है। ताकि इसी आड़ में कुछ और समय सिंगरौली में गुजार लें। हालांकि जिस दौरान उनकी पदस्थापना हुई थी उस समय काफी विवादों में घिरे थे। तत्कालीन सीधी के जिला पंचायत सीईओ निसार अहमद ने सहायक यंत्री पर बड़ा रहम दिखाया था। वहीं कोल कंपनी के परिसंपत्तियों के सर्वे मापी सुरक्षा कवच बना हुआ है।

आयुक्त मनरेगा के आदेश पर भारी जिपं सीईओ
म.प्र.राज्य रोजगार गारंटी परिषद् भोपाल के आयुक्त सोफिया फारूकी बली ने 5 अपै्रल 2023 को एक आदेश जारी किया। जिसमें उल्लेख किया कि मनरेगा योजना अंतर्गत कार्यरत रामसुहावन सिंह सहायक यंत्री संविदा मनरेगा जिला सिंगरौली को कार्य सुविधा की दृष्टि से आगामी आदेश तक जिला शहडोल में सहायक यंत्री के रिक्त पद के विरूद्ध नवीन अनुबंध निष्पादित कर कार्य करने के लिए आदेशित किया जाता है। आयुक्त ने इस आदेश को तत्काल प्रभावशील से लागू करने के लिए निर्देशित किया था। जिसकी जानकारी कलेक्टर के साथ-साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी को भी दी गयी थी, लेकिन एक महीने बाद भी स्थानांतरित सहायक यंत्री को भारमुक्त नहीं किया गया है।

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