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शहर में संचालित स्पॉ सेंटर के तीनों संचालक पहुंचे जेल

एसपी के निर्देश पर हुई है कार्रवाई,लंबे अर्से से चल रहा था जिस्म फरोसी का धंधा

पोल खोल सिंगरौली।

शहर में जिस्म फरोसी के आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का पुलिस अधीक्षक की टीम ने बड़ा खुलासा करते हुए दो स्पॉ सेंटरों के तीन संचालकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं दो स्पॉ सेंटरों से 13 युवतियों को भी मुक्त कराया गया है। आज शनिवार को स्पॉ सेंटर के संचालकों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से पुलिस रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। जिले में पहली बार जिस्म फरोसी के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई की गयी है। पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

गौरतलब हो कि बैढऩ के बिलौंजी स्थित स्पॉ सेंटर 777 एवं विन्ध्यनगर रोड स्थित अंजली-सुधांशु स्पॉ सेंटर सहित अन्य स्थानों पर पुलिस अधीक्षक के आधा दर्जन अलग-अलग टीमों ने दबिश देते हुए दो स्पॉ सेंटरों से 13 युवतियों सहित कारोबारियों को पुलिस हिरासत में ली थी। युवतियों को उनके चंगुल से मुक्त कराया गया। टीम का नेतृत्व निरीक्षक अर्चना द्विवेदी, अशोक सिंह परिहार, एसआई रूपा अग्रिहोत्री, मनोज सिंह चौहान कर रहे थे। पुलिस की टीम ने 777 स्पॉ सेंटर में दबिश देते हुए आपत्ति जनक सामग्रियां भी बरामद की गयीं। बरामद की गयी युवतियां अधिकांशत: असम, नागालैण्ड, उड़ीसा, कोलकाता एवं अन्य शहरों से लाई गयी थीं। पुलिस के जांच के दौरान पता चला कि ग्राहकों को वाट्सअप के जरिये स्पॉ सेंटर द्वारा लड़कियों की फोटो भेजा करते थे। ग्राहकों को स्पॉ के लिए वहीं युवतियां उपलब्ध करायी जाती थीं जिसे वह पसंद करते थे। पुलिस ने स्पॉ सेंटर 777 के संचालक आरोपी साहबलाल सिंह पिता जगदीश प्रसाद नाई उम्र 26 वर्ष निवासी धरसड़ा थाना बरगवां, सीताराम सेन पिता बंशधारी नाई 42 वर्ष निवासी खिरवा थाना मोरवा एवं अंजली-सुधांशु स्पॉ सेंटर के संचालक ज्ञानेन्द्र द्विवेदी पिता बैजनाथ प्रसाद द्विवेदी 49 वर्ष निवासी ग्राम हनुमना, रीवा हाल निवासी विजयनगर जबलपुर को गिरफ्तार करते हुए उनके विरूद्ध धारा 4,5 अनैतिक व्यापार अधिनियम 1956 के तहत कार्रवाई की जाकर न्यायालय में पेश किया गया जहां से आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

दो साल पहले भी आडियो हुआ था वायरल
बैढऩ इलाके के उक्त दोनों के साथ-साथ एक अन्य स्पॉ सेंटर भी दो साल पूर्व चर्चाओं में था। कथित स्पॉ सेंटर में चल रहे जिस्म फरोसी कारोबार का आडियो भी वायरल हुआ था। एक महिला ने फर्जी ग्राहक बनकर स्पॉ सेंटर का पर्दाफास किया था, किन्तु आरोप है कि एक विवादित पुलिस अधिकारी का संरक्षण मिला हुआ था। यहां पर याददाश्त के लिए बता दें कि विवादित कथित पुलिस अधिकारी का तबादला हो चुका है। प्रिंट मीडिया ने विवादित पुलिस अधिकारी के क्रियाकलापों का भण्डाफोड़ किया था तब उनका राज्य शासन ने अचानक तबादला कर दिया। उस दौरान कथित विवादित पुलिस अधिकारी पर अन्य कई आरोप भी लगे थे।

कॉल डिटेल से हो सकते हैं कई चेहरे बेनकाब
आरोप है कि दोनों स्पॉ सेंटर के इर्द-गिर्द कई सफेदपोशधारियों के वाहन खड़े रहते थे और अधिकांश सफेद पोशधारी नजर भी आ रहे थे। चर्चाएं यहां तक थी की रईसजादे भी स्पॉ सेंटर में पहुंचते थे। अब चर्चाएं हैं कि यदि पुलिस स्पॉ सेंटर मालिकों, बरामद की गयी युवतियों के कॉल डिटेल वाट्सअप चैटिंग को खंगालेगी तो कई चेहरे बेनकाम हो सकते हैं। हालांकि पुलिस इस मामले में चुप्पी साधी है। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि कॉल डिटेल खंगालने का काम पुलिस शुरू कर दी है। जिले में पहली बार स्पॉ सेंटरों पर हुई छापामार कार्रवाई से एसपी की तारीफ हो रही है। वहीं गोपनियता भंग न होने पर पुलिस टीम की भी लोगों द्वारा सोशल मीडिया में भी जमकर तारीफ के कसीदे पढ़े जा रहे हैं।

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